Monday, September 3, 2012

केबीसी


केबीसी की देख बदती लोकप्रियता,
जा पहुचे हम भी केबीसी में,
देख आमिताभ जी को मन ही मन हर्षाये,
बैठ हॉट सीट पर भाग्य पर अपने इतराए !!

एक मीठी सी मुस्कान फेक बोले अमिताभ जी,
स्वागत है आपका आइये,
खेले कौन बनेगा करोड़पति देवी जी,
हम बोले जी सर पूछिए का पूछना है,
हमारा मन भी है बेताब,
जीतने को करोड़पति का खिताब !!

सुन हमारी प्यारी बतिया आमिताभ जी मुस्काए,
बोले हमारी शुभकामनाये है आपके साथ,
लीजिये पहले प्रश्न आया आपके पास,
तुरंत दीजिये इसका जवाब !!

इनमे से कौन द्रोपदी का पति नहीं था?
१) राम २) अर्जुन ३) भीम या ४) युधिष्टर?
सोचा हमने गौर से और फिर हम मुस्काये,
बोले पूरे कांफिडेंस से आप कृष्ण पर ताला लगाये !!

सुन जवाब हमारा आमिताभ जी चकराए,
बोले देवी जी अब यह कृष्ण कहाँ से आये?
राम है आप्शन में कृष्ण को हम कैसे ताला लगाये?

हम बोले देखिये सर जी राम का द्रोपदी से नहीं कोई नाता है,
इसीलिए लगा कृष्ण ही ठीक हमें, क्यूकि वो द्रोपदी के भ्राता है,
सुन हमारी ये बात आमिताभ जी हो गए हंसी से बेहाल,
बोले देवी जी आप तो है बेमिसाल !!

खुश हो पाते हम जरा सा सुन उनकी यह बात,
उससे पहले ही कानो से हमारे आ टकराई,
पति देव की मीठी आवाज,
सुबह हो गई श्रीमती जी कब तक रहोगी सपनो में,
अब तो छोड़ो निंदिया रानी का साथ,
मल अपनी आँखों को हम थोडा मुस्काए,
सोचा चलो सपने में ही सही आमिताभ जी तो हम मिल आये............किरण आर्य

1 comment:

शुक्रिया